प्रत्यावर्ती धारा का आयाम या शिखर मान, आवर्तकाल, आवृत्ति और औसत मान
आज की इस पोस्ट में हम प्रत्यावर्ती धारा(Alternating current) से संबंधित कुछ परिभाषाएँ पढ़ने वाले हैं| इसके अंतर्गत हम पढ़ेंगे प्रत्यावर्ती धारा का आयाम या शिखर मान किसे कहते हैं? आवर्तकाल, आवृत्ति और औसत मान की परिभाषा|
प्रत्यावर्ती धारा किसे कहते हैं( Alternation current in hindi):
वह विद्युत धारा जिसका परिमाण एवं दिशा दोनों समय के साथ निरंतर आवर्ती रूप से परिवर्तित होते रहते हैं, प्रत्यावर्ती धारा कहलाती हैं|
प्रत्यावर्ती धारा को निम्न समीकरण द्वारा प्रदर्शित किया जाता है –
I = Io sinωt
जहाँ Io प्रत्यावर्ती धारा का शिखर मान तथा ω कोणीय आवृत्ति है|
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Alternating current |
आयाम या शिखर मान(Amplitude or peak value):
प्रत्यावर्ती धारा के अधिकतम मान को उसका आयाम या शिखर मान कहते हैं| इसे Io से प्रदर्शित करते हैं|
आवर्तकाल की परिभाषा(periodic time) :
प्रत्यावर्ती धारा के एक चक्र पूर्ण होने में लगे समय को उसका आवर्तकाल कहते हैं| इसे T से प्रदर्शित करते हैं|
आवर्तकाल T = 2π/ ω
जहाँ ω कोणीय आवृत्ति है|
आवृत्ति की परिभाषा(frequency in hindi):
प्रत्यावर्ती धारा एक सेकंड में जितने चक्र पूर्ण कर लेती है उसे उसकी आवृत्ति कहते हैं| इसे u (न्यू) या n से प्रदर्शित करते हैं|
आवृत्ति n = 1/ T
n = 1/ 2π/ω
n = ω / 2π
ω = 2πn
[ note:- हमारे घरों में दी जाने वाली धारा प्रत्यावर्ती धारा होती है जिसकी आवृति 50 चक्र प्रति सेकंड होती है| प्रत्यावर्ती धारा के एक पूर्ण चक्र में धारा का मान दो बार अधिकतम तथा दो बार न्यूनतम (शून्य) होता है| इस प्रकार हमारे घरों में विद्युत बल्ब 1 सेकंड में 100 बार जलता है और 100 बार बुझता है, किंतु दृष्टि निर्बंधता के कारण विद्युत बल्ब हमें लगातार जलता हुआ ही दिखाई देता है| ]
प्रत्यावर्ती धारा का औसत मान(Mean value):
प्रत्यावर्ती धारा आधे चक्र में एक दिशा में तथा शेष आधे चक्र में विपरीत दिशा में प्रवाहित होती है| अतः एक पूर्ण चक्र में प्रत्यावर्ती धारा का औसत मान शून्य होता है|
प्रत्यावर्ती धारा का औसत मान Iav = 0
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