Class 12th physics objective type question answer|कक्षा बारहवीं महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न 2024
आज के इस पोस्ट में हम class 12th physics(कक्षा बारहवीं भौतिक विज्ञान) के पेपर के लिए unit- स्थिर वैद्युत, धारा विद्युत और धारा के चुंबकीय प्रभाव एवं चुंबकत्व के महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को पढ़ने वाले हैं| ये सभी objective type questions परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है|
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Physics objectives |
Mp board class 12th physics objectives|physics important objectives ( स्थिर विद्युत)
1
.दो सजातीय आवेशों के बीच लगने वाला बल-
प्रतिकर्षण बल
2.दो विजातीय आवेशों के बीच लगने वाला बल-
आकर्षण बल
3.आवेश का मात्रक-
कूलॉम
4.आवेश का विमीय सूत्र-
AT
5.विद्युत आवेश कौन सी राशि है-
अदिश राशि
6.विद्युत क्षेत्र की तीव्रता (Electric field intensity) का SI मात्रक-
न्यूटन/ कूलॉम ( E=F/q)
7.विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का विमीय सूत्र-
[MLT-³A-¹]
8.विद्युत क्षेत्र की तीव्रता कौन सी राशि है -
सदिश राशि
9.किसी बिंदु आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र की तीव्रता
दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है| ( E ∝ 1/r² )
10.किसी द्विध्रुव के कारण अक्षीय व निरक्षीय स्थिति में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता
दूरी के घन के व्युत्क्रमानुपाती होती है| ( E ∝ 1/r³ )
11.इलेक्ट्रॉन (e) पर आवेश-
1. 6 × 10-19 कूलॉम ऋणावेश
12.प्रोटान ( P) पर आवेश-
1.6 × 10-19 कूलॉम धनावेश
13. न्यूट्रॉन (n) पर आवेश-
शून्य ( उदासीन)
14.एक कूलॉम आवेश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या-
6.25 × 10^18
15.ε० का मान-
8.85 × 10-¹² कूलॉम²/न्यूटन-मीटर²
16.एक वैघुत द्विध्रुव (Electric Dipole) पर नेट आवेश होता है-
शून्य
17.विधुत द्विध्रुव आघूर्ण (Electric Dipole Moment) का मात्रक-
कूलॉम-मीटर (p= q× 2l )
18.विधुत द्विध्रुव आघूर्ण का विमीय सूत्र-
[M°LTA]
19.विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण एक राशि है -
सदिश राशि
20.धातु का परावैद्युतांक (Dielectric constant) होता है-
अनंत
21.वायु तथा निर्वात का परावैद्युतांक होता है –
1
22.पानी का परावैद्युतांक होता है-
81
23.विद्युत क्षेत्र में स्थित किसी क्षेत्रफल से अभिलम्बवत् गुजरने वाली कुल बल रेखाओं की संख्या को कहते हैं -
विद्युत फ्लक्स (Electric Flux)
24.विद्युत फ्लक्स (Electric flux) का SI मात्रक -
न्यूटन- मीटर²/कूलॉम
25.विद्युत फ्लक्स का विमीय सूत्र-
[ML³T-³A-¹]
26.विद्युत फ्लक्स कौन सी राशि है -
अदिश राशि
27.यदि पृष्ठ विद्युत क्षेत्र के समांतर हो तो पृष्ठ से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स होगा -
शून्य
28.यदि पृष्ठ विद्युत क्षेत्र के लम्बवत हो तो पृष्ठ से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स होगा -
अधिकतम (ES)
29.किसी बंद पृष्ठ के अंदर 1 कूलॉम धन आवेश हो तो उससे होकर गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स होगा -
1/ ε०
30.विभव और विभवांतर का मात्रक -
वोल्ट या जूल/कूलॉम ( V=W/q)
31.विभव और विभवांतर का विमीय सूत्र –
[ML²T-³A-¹]
32.विभव कौन सी राशि है -
अदिश राशि
33.पृथ्वी का विभव माना जाता है –
शून्य
34.विद्युत द्विध्रुव के कारण निरक्षीय स्थिति में विद्युत विभव का मान होता है -
शून्य
35.किसी आवेश को विद्युत क्षेत्र के लंबवत ले जाने में किया गया कार्य होगा-
शून्य
36.वह पृष्ठ जिसके प्रत्येक बिंदु पर विभव का मान समान रहता है –
समविभव पृष्ठ
37.इलेक्ट्रॉन वोल्ट(eV) मात्रक है-
ऊर्जा का
38.1ev =
1.6× 10^-19 जूल
39.धारिता का मात्रक -
फैरड या कूलॉम/वोल्ट
40.धारिता का विमीय -
[M-¹L-²T⁴A²]
41.गोलीय चालक की धारिता का सूत्र-
C= 4πε0R
42.गोलीय चालक की धारिता उसकी
त्रिज्या के समानुपाती होती है|
43.1 वोल्ट =
1/300 स्थैत-वोल्ट
44.1 फैरड =
9 × 10¹¹ स्थैत-फैरड
45. समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता -
C =kε0A/d
46. समांतर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी बढ़ाने पर उसकी विद्युत धारिता का मान-
कम हो जाता है
47. जब धारिता के मान को बढ़ाना हो तो संधारित्र किस क्रम में जोड़ना चाहिए-
समांतर क्रम में
48. जब धारिता के मान को कम करना हो तो संधारित्र किस क्रम में जोड़ना चाहिए -
श्रेणी क्रम में
49. 3μF के तीन संधारित्र समांतर क्रम में जुड़े हैं तो तुल्य धारिता होगी -
9 μF
50. 3μF के तीन संधारित्र श्रेणी क्रम में जुड़े हैं तो तुल्य धारिता होगी -
1μF
51. विद्युत विभव राशि है -
अदिशbhautik vigyan objective 2023|धारा विद्युत
52.विद्युत धारा का S. I मात्रक-
एंपियर
53.विद्युत धारा का विमीय सूत्र –
[A]
54.विद्युत धारा का सूत्र-
I = Q/t
55.विद्युत धारा कौन सी राशि है-
आदिश राशि
56.प्रतिरोध का S. I मात्रक-
ओम
57.प्रतिरोध का विमीय सूत्र-
[ML²T-³A-²]
58.प्रतिरोध का सूत्र-
R= V/I (ओम के नियम से)
59.ओम का नियम केवल किसके लिए सत्य है-
धातु चालकों के लिए
60.ओमीय प्रतिरोध है-
तांबे का तार
61.यदि 2 ओम परिमाण वाले दो प्रतिरोधों को समांतर क्रम में जोड़ा जाए तो परिणामी प्रतिरोध होगा-
1 ओम
62.विशिष्ट प्रतिरोध का S. I मात्रक-
ओम-मीटर
63.विशिष्ट प्रतिरोध का विमीय सूत्र-
[ML³T-³A-²]
64.एक तार का विशिष्ट प्रतिरोध निर्भर करता है-
पदार्थ पर
65.किसी पदार्थ के विशिष्ट प्रतिरोध के व्युत्क्रम को कहते हैं-
विशिष्ट चालकता
66.विशिष्ट चालकता का मात्रक-
1/ओम-मीटर या म्हो/मीटर
67.विशिष्ट चालकता का विमीय सूत्र-
[M-¹L-³T³A²]
68.धारा घनत्व कौन सी राशि है –
सदिश
69.धारा घनत्व का मात्रक-
एम्पियर/मीटर²
70.धारा घनत्व का विमीय सूत्र-
[M°L-²T°A]
71.अतिचालक पदार्थ की चालकता होती है-
अनंत
72.कम ताप पर किसी पदार्थ की प्रतिरोधकता का एकदम शून्य हो जाना क्या कहलाता है-
अतिचालकता
73.अतिचालकता की खोज किसने की-
केमरलिंग ओन्स
74.किसी चालक में विद्युत प्रवाह है-
मुक्त इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह
75.अर्द्धचालकों और विद्युत अपघट्यों का प्रतिरोध ताप गुणांक होता है –
ऋणात्मक
76.मीटर सेतु किस सिद्धांत पर कार्य करता है-
व्हीटस्टोन सेतु
77.किरचॉफ के नियमानुसार किसी संधि पर मिलने वाली समस्त धाराओं का बीजीय योग होता है –
शून्य
78.
किरचॉफ का प्रथम नियम किस पर आधारित है-
आवेश संरक्षण
79.किरचॉफ का द्वितीय नियम किस पर आधारित है-
ऊर्जा संरक्षण
80.मीटर सेतु का तार किसका बना होता है-
कॉन्स्टैंटन या मैगनीन
81.विद्युत सेल स्त्रोत है-
विद्युत ऊर्जा का
82.नी-फे सेल का आविष्कार किसने किया था-
एडीसन
83.प्राथमिक सेल के उदाहरण-
साधारण वोल्टीय सेल, लेक्लांशी सेल, शुष्क सेल, डेनियल सेल
84.द्वितीयक सेल के उदाहरण-
सीसा संचायक सेल, नी-फे सेल (एडीसन संचायक सेल)
85.लेक्लांशी सेल में कौन सा पदार्थ विध्रुवक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है-
मैंगनीज डाइऑक्साइड (MnO₂)
86.निम्न में से कौन-सा द्रव विद्युत का सुचालक है, किंतु अपघट्य नहीं-
पारा
87.सेल के खुले परिपथ में उसके ध्रुवों के मध्य महत्तम विभवांतर को __ कहते हैं-
विद्युत वाहक बल
88.टर्मिनल विभवांतर हमेशा विद्युत वाहक बल से होता है-
कम
89.विभवमापी के तार के प्रति एकांक लंबाई में विभव का जो पतन होता है उसे __ कहते हैं-
विभव प्रवणता
90.विभव प्रवणता का S. I मात्रक-
वोल्ट/मीटर
91.विभवमापी एक __ वोल्टमीटर है –
आदर्श
class 12th physics objective questions|धारा के चुंबकीय प्रभाव एवं चुंबकत्व
92.चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का S.I मात्रक है-
टेसला या वेबर/मीटर² या न्यूटन/एम्पियर-मीटर
93.चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का C. G. S मात्रक है-
गॉस या ओर्स्टेड
94. चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता कौन सी राशि है -
सदिश राशि
95.चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का विमीय सूत्र-
[ML°T-²A-¹]
96. चुंबकीय फ्लक्स का S.I मात्रक है-
वेबर
97. चुंबकीय फ्लक्स का C. G. S मात्रक है-
मैक्सवेल
98.चुंबकीय फ्लक्स का विमीय सूत्र है-
[ML²T-²A-¹]
99.विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव की खोज किसने की थी-
ओर्स्टेड ने
100. किसी परिपथ में धारा मापने के लिए लगाते हैं-
अमीटर
101. एक आदर्श अमीटर का प्रतिरोध होता है-
शून्य
102. अमीटर को परिपथ में लगाया जाता है-
श्रेणी क्रम में
103. एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध होता है-
अनंत
104. वोल्टमीटर को परिपथ में लगाया जाता है-
समांतर क्रम में
105. धारामापी को अमीटर में कैसे परिवर्तित करते हैं-
धारामापी की कुंडली के साथ समांतर क्रम में अल्प प्रतिरोध का तार जोड़कर
106. धारामापी को वोल्टमीटर में कैसे परिवर्तित करते हैं-
धारामापी की कुंडली के साथ श्रेणी क्रम में उच्च प्रतिरोध का तार जोड़कर
107. गतिमान(त्वरित) आवेश उत्पन्न करता है-
विद्युत एवं चुंबकीय क्षेत्र
108. त्वरित आवेश उत्पन्न करता है-
विद्युत चुंबकीय तरंगे
109. स्थिर आवेश उत्पन्न करता है-
केवल विद्युत क्षेत्र
110. धारावाही परिनालिका किसकी तरह व्यवहार करती है-
दण्ड चुंबक
111. एक समान चुंबकीय क्षेत्र में एक आवेशित कण लंबवत प्रवेश करता है तो उसका पथ कैसा होगा-
वृत्तीय
112. एक समान विद्युत क्षेत्र में एक आवेशित कण लंबवत प्रवेश करता है तो उसका पथ कैसा होगा-
परवलयाकार
113. शण्ट किसे कहते हैं-
धारामापी की कुंडली को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए इसके साथ समांतर क्रम में एक अल्प प्रतिरोध का तार जोड़ दिया जाता है जिसे शण्ट या पार्श्ववाही कहते हैं|
114. दो धारावाही चालक एक-दूसरे को कब आकर्षित करते हैं-
जब धारा की दिशा समान होती है|
115. दो धारावाही चालक एक-दूसरे को कब प्रतिकर्षित करते हैं-
जब धारा की दिशा विपरीत होती है|
116. साइक्लोट्रॉन का आविष्कार किसने किया-
ई. ओ. लॉरेंस
117. धारावाही वृत्तीय कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र उसके तल के _____ होता है-
लम्बवत्
118. साइक्लोट्रॉन की सहायता से ____ को त्वरित नहीं किया जा सकता है-
इलेक्ट्रॉन और न्यूट्रॉन
119. विद्युत धारा का चुंबकीय प्रभाव क्या है -
किसी चालक में विद्युत धारा प्रवाहित करने पर चालक के चारों और चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है| इस घटना को विद्युत धारा का चुंबकीय प्रभाव कहते हैं|
120.चुंबकीय क्षेत्र में गतिशील आवेशित कण पर लगने वाले बल को क्या कहते हैं -
लॉरेंज बल
121. चुंबकीय क्षेत्र में आवेशित कण पर लगने वाला लॉरेंज बल-
F = qvBsinθ
122. चुंबकीय क्षेत्र में धारावाही चालक पर लगने वाला बल-
F = ilBsinθ इनके बारे में भी पढ़ें:-