मानव आंख से सम्बंधित महत्त्वपूर्ण जानकारी|human eye important questions in hindi
मानव आंख (human eye) से सम्बंधित महत्त्वपूर्ण जानकारी जो प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है|सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए जिसमें विज्ञान (science) के प्रश्न पूछे जाते हैं यह जानकारी महत्वपूर्ण है|
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Human eye important questions |
human eye important knowledge|science in hindi
* मानव आंख का व्यास लगभग 2.5 सेमी० होता है और यह लगभग एक गोलाकार गेंद होती है जो कुछ तरल पदार्थ से भरी होती है।
* श्वेत पटल - यह बाहरी आवरण है, एक सुरक्षात्मक सख्त सफेद परत जिसे आँख का सफेद भाग कहा जाता है।
* कॉर्निया - श्वेतपटल के सामने के पारदर्शी भाग को कार्निया कहा जाता है। प्रकाश कार्निया के माध्यम से आँख में प्रवेश करता है। नेत्रदान में आंख के इसी भाग का दान दिया जाता है|
* आइरिस (परितारिका) - कार्निया के पीछे एक गहरे रंग की मांसपेशियाँ ऊतक और रिंग जैसी संरचना को आइरिस के रूप में जाना जाता है। आइरिस, आंख के तारे (पुतली) के आकार को नियंत्रित करता है| यह आंख में प्रवेश करने वाली रोशनी की मात्रा को नियंत्रित करता है|
* पुतली - आंख के बीच के काले छिद्र को पुतली कहते हैं| यह आईरिस के केंद्र में स्थित होता है| पुतली का आकार रोशनी के हिसाब से बदलता रहता है| ज़्यादा रोशनी में पुतली सिकुड़ जाती है, जबकि कम रोशनी में फैल जाती है
* लेंस - पुतली के पीछे एक पारदर्शी संरचना होती है, जिसे लेंस कहते हैं|
* रेटिना - रेटिना आँख के पीछे स्थित पारदर्शी, प्रकाश-संवेदी संरचना होती है। कोर्निया और लेंस प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करते हैं।
* कॉर्निया और नेत्र लेंस के बीच में एक नमकीन पारदर्शी द्रव भरा रहता है जिसे जलीय द्रव कहते हैं। इसका अपवर्तनांक 1.336 होता है|
* फोकस दूरी - नेत्र लेंस से रेटिना तक की दूरी नेत्र लेंस की फोकस दूरी कहलाती है।
* स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी 25cm होती है|
* अपवर्तन दोष- दूरदृष्टि दोष (हाइपरोपिया), निकट दृष्टि (मायोपिया), दृष्टि वैषम्य , जरा दृष्टि दोष
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