कक्षा 12वीं भौतिक विज्ञान प्री बोर्ड पेपर सॉल्यूशन|mp board Class 12th physics pre board paper solution
आज की इस पोस्ट में हम mp board class 12th physics pre board exam paper 2022 में पूछे गए प्रश्न क्रमांक-5 से लेकर प्रश्न क्रमांक-12 तक के सभी 2 नम्बर के प्रश्नों के उत्तर पढ़ने वाले है| इसमें अथवा वाले प्रश्नों को भी कवर किया गया है| आप दोनों प्रश्नों में से किसी भी एक प्रश्न को अपनी परीक्षा कॉपी में note कर सकते हैं|
प्रश्न क्रमांक-1 से लेकर प्रश्न क्रमांक-4 तक के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देखने के लिए 👇click करें|
Class 12th physics pre board paper objective
किसी भी प्रश्न में यदि कोई doubt हो तो comment करें|
Class 12th physics pre board paper |
कक्षा 12 भौतिक विज्ञान प्री बोर्ड पेपर सॉल्यूशन 2022|bhautik Vigyan pre Board pariksha paper solution 2022
प्रश्न-5 दो विद्युत क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों नहीं काटती है?
उत्तर- यदि दो बल रेखाएँ एक दूसरे को काटती है तो ऐसी स्थिति में कटान बिंदु पर दो स्पर्श रेखाएँ खींची जा सकती है, जो एक ही बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दो दिशाएँ प्रदर्शित करेगी जो असंभव है| अत: दो विद्युत बल रेखाएँ एक दूसरे को कभी नहीं काटती
(अथवा)
प्रश्न- समविभव पृष्ठ की दो विशेषताएँ लिखिए|
उत्तर- 1. समविभव पृष्ठ के प्रत्येक बिंदु पर विभव समान होता है|
2. विद्युत बल रेखाएँ समविभव पृष्ठ के लंबवत् होती है|
3. दो समविभव पृष्ठ एक दूसरे को कभी नहीं काटते|
प्रश्न-6 मोटर गाड़ी के इंजन को स्टार्ट करने के दौरान उसकी हेडलाइट कुछ मंद क्यों हो जाती है?
उत्तर- जब मोटरगाड़ी को स्टार्ट किया जाता है तो स्टार्टर द्वारा बैटरी से अधिक धारा ली जाती है, जिससे सूत्र V = E – Ir के अनुसार बैटरी की प्लेटों के बीच का विभवान्तर कम हो जाता है | फलस्वरूप हैडलाइट कुछ मन्द हो जाती है |
(अथवा)
प्रश्न- अनओमीय प्रतिरोध क्या है? इसका एक उदाहरण दीजिये|
उत्तर- ऐसे प्रतिरोध जो ओम के नियम का पालन नहीं करते हैं अर्थात जिनमें V/I का मान नियत नहीं होता है | अनओमीय प्रतिरोध कहलाते हैं|
उदाहरण- डायोड वाल्व, ट्रांजिस्टर आदि|
प्रश्न-7 साइक्लोट्रॉन क्या है? यह किस तथ्य पर आधारित है?
उत्तर- साइक्लोट्रॉन एक ऐसी युक्ति है, जिसका उपयोग प्रोटॉन, ड्यूट्रॉन, अल्फा कण आदि आवेशित कणों को त्वरित करने में किया जाता है|
साइक्लोट्रॉन इस तथ्य पर आधारित है कि जब एक आवेशित कण एक समान चुंबकीय क्षेत्र में लंबवत गति करता है तथा विद्युत क्षेत्र द्वारा लगातार त्वरित होता है तो वह बढ़ती हुई त्रिज्या के सर्पिलाकार पथ का अनुसरण करता है|
(अथवा)
प्रश्न- चल कुंडली धारामापी की सुग्राहिता कैसे बढ़ाई जा सकती है?
उत्तर- धारामापी की सुग्राहिता को बढ़ाने के लिए-
1. कुंडली में फेरों की संख्या n अधिक होनी चाहिए|
2. चुंबकीय क्षेत्र B का मान अधिक होना चाहिए|
3. कुंडली का क्षेत्रफल A अधिक होना चाहिए|
प्रश्न-8 प्रत्यावर्ती धारा द्वारा विद्युत अपघटन क्यों नहीं होता है?
उत्तर- प्रत्यावर्ती धारा आधे चक्र में एक दिशा में तथा शेष आधे चक्र में विपरीत दिशा में प्रवाहित होती है| अतः पूर्ण चक्र में धारा का औसत मान शून्य होता है| इसी कारण प्रत्यावर्ती धारा से विद्युत अपघटन संभव नहीं होता है|
(अथवा)
प्रश्न- किसी विद्युत परिपथ को तोड़ने पर अचानक चिंगारी क्यों निकलती है?
उत्तर- विद्युत परिपथ को अचानक तोड़ने पर परिपथ से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स का मान एकदम शून्य हो जाता है जिससे प्रेरित विद्युत धारा का मान बढ़ जाता है| फलस्वरूप चिंगारी निकलने लगती है
प्रश्न-9 पूर्ण आंतरिक परावर्तन किसे कहते हैं? इसके लिए आवश्यक शर्तें लिखिए|
उत्तर- जब कोई प्रकाश-किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है और यदि आपतन कोण का मान क्रांतिक कोण के मान से अधिक होता है, तो प्रकाश-किरण विरल माध्यम में न जाकर सघन माध्यम में ही परावर्तित हो जाती है| इस घटना को प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन कहते हैं|
पूर्ण आंतरिक परावर्तन की शर्तें:
1. प्रकाश-किरण को सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाना चाहिए|
2. आपतन कोण के मान को क्रांतिक कोण के मान से सदैव अधिक होना चाहिए|
(अथवा)
प्रश्न- व्यतिकरण क्या होता है? इसका एक उदाहरण लिखिए|
उत्तर- जब समान आवृत्ति की दो प्रकाश तरंगें किसी माध्यम में एक ही दिशा में गमन करती है, तो उनके अध्यारोपण के फलस्वरुप प्रकाश की तीव्रता में परिवर्तन हो जाता है| इस घटना को प्रकाश का व्यतिकरण कहते हैं|
व्यतिकरण की घटना के उदाहरण- साबुन के बुलबुले की पतली फिल्म या पानी की सतह पर तेल की बूंद की पतली फिल्म का रंगीन दिखाई देना|
प्रश्न-10 (अथवा) कला सम्बद्ध स्त्रोतों से क्या तात्पर्य है?
उत्तर- ऐसे दो स्त्रोतों को कला सम्बद्ध स्त्रोत कहते हैं जिनसे निकलने वाली तरंगों की आवृत्तियाँ बराबर होती है तथा जिनमें कालांतर शून्य होता है अथवा कालांतर स्थिर होता है, समय के साथ बदलता नहीं|
प्रश्न-11 डी-ब्रोग्ली का कण तरंग सिद्धांत दैनिक जीवन में क्यों दृष्टिगोचर नहीं होता है?
उत्तर- डी ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य λ = h/mv
दैनिक जीवन में द्रव्य का द्रव्यमान अधिक होने से तरंगदैर्ध्य λ का मान काफी कम होता है| अतः द्रव्य का तरंग सिद्धांत दैनिक जीवन में दृष्टिगोचर नहीं होता|
(अथवा)
प्रश्न- निरोधी विभव किसे कहते हैं?
उत्तर- संग्राहक प्लेट के उस ऋणात्मक विभव को जिस पर प्रकाश विद्युत धारा का मान शुन्य होता है, निरोधी विभव या संस्तब्ध विभव कहते हैं|
प्रश्न-12 n और p प्रकार के अर्धचालकों में अंतर लिखिए|
उत्तर- n- प्रकार का अर्द्धचालक-
1. शुद्ध अर्द्धचालक में पंच संयोजी तत्वों की अशुद्धियां मिलाने पर n- प्रकार का अर्द्धचालक बनता है|
2. n- प्रकार के अर्द्धचालक में बहुसंख्यक आवेश वाहक इलेक्ट्रॉन तथा अल्पसंख्यक आवेश वाहक होल होते हैं|
p- प्रकार का अर्द्धचालक-
1. शुद्ध अर्द्धचालक में त्रिसंयोजी तत्वों की अशुद्धियाँ मिलाने पर p- प्रकार का अर्द्धचालक बनता है|
2. p प्रकार के अर्द्धचालक में बहुसंख्यक आवेश वाहक होल तथा अल्पसंख्यक आवेश वाहक इलेक्ट्रॉन होते हैं|
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