Class 12th physics prashn bank 2022|पाठ-6 विद्युत चुंबकीय प्रेरण प्रश्न बैंक भौतिक विज्ञान
आज की इस पोस्ट में हम class 12th physics प्रश्न बैंक(prashn Bank) में पूछे गए अध्याय-6 विद्युत चुंबकीय प्रेरण(Electromagnetic induction) के सभी वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को पढ़ने वाले हैं|
किसी भी प्रश्न में यदि कोई doubt हो तो comment करें|
Class 12th physics prashn bank |
Class 12th physics prashn bank solution|कक्षा 12वीं भौतिक विज्ञान प्रश्न बैंक
प्रश्न- सही विकल्प का चयन कीजिए-
1. विद्युत चुंबकीय प्रेरण में प्रेरित विद्युत वाहक बल निम्न से स्वतंत्र होता है-
A. फ्लक्स में परिवर्तन
B. समय
C. फेरो की संख्या
D. कुंडली का प्रतिरोध
Ans- D
2. लेंज का नियम संबंधित है-
A. आवेश संरक्षण के नियम से
B. ऊर्जा संरक्षण के नियम से
C. द्रव्यमान संरक्षण के नियम से
D. संवेग संरक्षण के नियम से
Ans- B
3. भँवर धाराओं का उपयोग किया जाता है-
A. धारामापी को रूद्धदोल बनाने मे
B. चालमापी में
C. विद्युत ब्रेक में
D. उपयुक्त सभी
Ans- D
4. प्रेरित धारा की दिशा ज्ञात की जाती है-
A. लेंज के नियम से
B. फ्लेमिंग के दाएं हाथ के नियम से
C. (A) एवं (B) दोनों
D. फ्लेमिंग के बाएं हाथ के नियम से
Ans- C
5. यदि समतल कुंडली में N फेरे हो, तो उसका स्वप्रेरकत्व अनुक्रमानुपाती होता है-
A. N²
B. N
C. √N
D. N³
Ans- A
प्रश्न- रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1. प्रेरित विद्युत वाहक बल चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन के कारण उत्पन्न होता है|
2. भंवर धाराओं को कम करने के लिए ट्रांसफार्मर के क्रोड पटलित बनाये जाते हैं|
3. किसी कुंडली में धारा परिवर्तन की दर इकाई होने पर उस कुंडली में उत्पन्न प्रेरित विद्युत वाहक बल का आंकिक मान स्वप्रेरण के बराबर होता है|
4. भंवर धाराओं के कारण विद्युत ऊर्जा का ऊष्मीय ऊर्जा के रूप में अपव्यय होता है|
5. एक कुंडली के अंदर नर्म लोहे का क्रोड़ रखने पर उसका स्वप्रेरकत्व बढ़ जाता है|
6. चुंबकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर प्रेरित विद्युत वाहक बल के अनुक्रमानुपाती होती है|
प्रश्न- एक वाक्य में उत्तर दीजिये-
1. स्वप्रेरकत्व का एस आई(S.I.) मात्रक लिखिये|
उत्तर- हेनरी
2. चुंबकीय फ्लक्स का एस आई(S.I.) मात्रक लिखिये|
उत्तर- वेबर
3. एक कुंडली की कुल लंबाई को अपरिवर्तित रखते हुए कुंडली में फेरों की संख्या दोगुनी कर दी जाती है| उसका स्वप्रेरकत्व कितने गुना हो जाएगा?
उत्तर- चार गुना (4 गुना)
4. विद्युत का जड़त्व किसे कहते हैं?
उत्तर- स्वप्रेरण की घटना को विद्युत का जड़त्व कहा जाता है|
[स्वप्रेरण की घटना में जब किसी कुंडली में बहने वाली धारा के मान में परिवर्तन किया जाता है तो उसी कुंडली में प्रेरित धारा उत्पन्न हो जाती है| ये प्रेरित धारा मुख्यधारा में परिवर्तन का विरोध करती हैं जिसे विद्युत का जड़त्व कहा जाता है|]
5. दो प्रेरक कुंडलियों के स्वप्रेरकत्व L1 एवं L2 है, इन्हें श्रेणी क्रम में जोड़ने पर तुल्य प्रेरकत्व कितना होगा?
उत्तर- L = L1 + L2
6. जब किसी विद्युत परिपथ को भंग किया जाता है तो उत्पन्न प्रेरित धारा की दिशा क्या होगी?
उत्तर- प्रेरित धारा की दिशा मुख्य धारा की दिशा में होगी|
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