Competition exam, science, maths, general knowledge, motivational quotes, study materials, study zone

Pages

रविवार, 3 मई 2020

आकाश नीला क्यों दिखाई देता है|science important questions

आकाश नीला क्यों दिखाई देता है| science important questions

आज की इस पोस्ट में हम प्रकाश के प्रकीर्णन की घटना के आधार पर कुछ प्रश्नों को पढ़ने वाले हैं| जैसे आकाश नीला क्यों दिखाई देता है? अंतरिक्ष यात्रियों को आकाश काला क्यों दिखाई देता है? सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य तथा उसके आसपास का भाग लाल दिखाई देता है क्यों ? 
इन प्रश्नों को शुरू करने से पहले हमें प्रकाश के प्रकीर्णन की घटना को समझना होगा |
Physics| आकाश नीला क्यों दिखाई देता है? , physics important question
Physics( भौतिक विज्ञान) 

प्रकाश का प्रकीर्णन क्या है(Prakash ka prakirnan) 

जैसा कि हम सब जानते हैं सूर्य का जो प्रकाश है सात रंगों से मिलकर बना हुआ होता है, जिसे श्वेत प्रकाश कहा जाता है|
जब यह श्वेत प्रकाश हमाारे वायुमंडल में प्रवेश करता है तो वायुमंडल में उपस्थित धुल, धुएँ और जलवाष्प के कणों से टकरा कर बिखर जाता है| प्रकाश के इस प्रकार बिखरने की घटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहा जाता है |

प्रकाश के प्रकीर्णन की घटना से संबंधित रेलै ने एक नियम दिया है| रेलै के अनुसार जिस रंग की तरंगदैर्ध्य अधिक होती है उसका प्रकीर्णन सबसे कम होता है तथा जिस रंग की तरंगदैर्ध्य कम होती है उसका प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है|

 तरंगदैर्ध्य का बढ़ता क्रम-(बे, जा, नी, ह, पी, ना, ला)
बैंगनी< जामुनी< नीला<  हरा< पीला< नारंगी< लाल

आकाश नीला क्यों दिखाई देता है(Aakash Neela Kyon Dikhai deta hai) 

आकाश का नीला दिखाई देना प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण होता है|
जब सूर्य का प्रकाश हमारे वायुमंडल में प्रवेश करता है  तो वायु के अणुओं और सूक्ष्म कणों द्वारा विभिन्न रंगों में प्रकीर्णित हो जाता है| रेलै के अनुसार, बैंगनी रंग का प्रकीर्णन अधिक व लाल रंग का प्रकीर्णन सबसे कम होता |
अब बैंगनी रंग का प्रकीर्णन अगर अधिक होता है तो आकाश हमें बैंगनी रंग का दिखाई देना चाहिए परंतु ऐसा नहीं होता है क्योंकि सूर्य के प्रकाश में नीले रंग की अधिकता होती है तथा साथ ही बैंगनी रंग की तुलना में नीले रंग के लिए हमारी आंख अधिक संवेदनशील होती है यही कारण है कि हमें आकाश नीला दिखाई देता है|

अंतरिक्ष यात्रियों को आकाश काला क्यों दिखाई देता है?

वायुमंडल की अनुपस्थिति में आकाश काला दिखाई देता है क्योंकि इस स्थिति में कोई भी रंग प्रकीर्णित नहीं हो पाता है| हम जानते हैं अंतरिक्ष में वायुमंडल नहीं है यही कारण है कि अंतरिक्ष यात्री को आकाश काला दिखाई देता है |
चंद्रमा से देखे जाने पर भी आकाश काला दिखाई देता है|

क्या कारण है कि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य तथा उसके आसपास का भाग लाल दिखाई देता है?

सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य से आने वाले प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में अधिक दूरी तय करनी पड़ती है| इस दौरान कम तरंगदैर्ध्य वाले रंग पूर्णतः प्रकीर्णित हो जाते हैं जबकि लाल रंग का प्रकीर्णन(बिखरना) बहुत कम होता है | इस प्रकार प्रेक्षक तक पहुंचने वाले प्रकाश में लाल रंग की अधिकता होती है यही कारण है कि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य और उसके आसपास का भाग लाल दिखाई देता है|

दोपहर के समय आकाश श्वेत क्यों दिखाई देता है?

 दोपहर के समय सूर्य हमसे न्यूनतम दूरी पर होता है अर्थात सूर्य ठीक हमारे सिर के ऊपर होता है|
अतः उस समय प्रकाश हम तक सीधे पहुंच जाता है, उसके विभिन्न रंगों का प्रकीर्णन बहुत कम होता है फल स्वरुप आकाश लगभग श्वेत दिखाई देता है|

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें